On 27th October, 2021 Swabhiman Kendra, Panipat was formally inaugurated. Although the Kendra is functional since August,2021 and is supporting women from the community. The purpose of the inauguration ceremony was to make community aware about the utility and functioning of the Kendra in terms of seeking legal support from the district’s Protection officer. The ceremony was attended by 90 women domestic workers, and they had open and heartfelt conversation with the district’s protection officer about the incidences of domestic violence and how can they seek legal help.

This event update has been written by PRIA’s field officer Sonia. The inauguration day event had also one follow up informal reflective discussion with the women by Sonia and Sapna(animator). The women expressed about their confidence and ray of hope after interacting with the women officers of the district.

 

प्रिया ओर मार्था फ़ैरेल फाउंडेशन द्वारा 27 अक्तूबर को बिचपड़ी की वाल्मीकि चौपाल मे स्वाभिमान सेंटर का उदघाटन किया जिसकी मुख्य अतिथि पानीपत की प्रोटेक्शन अधिकारी ओर महिला थाने की SHO रही इस सेंटर को शुरू करने का मुख्य उद्देशय ये है कि महिलाओ को स्वाभिमान सेंटर से रूबरू कराना ,जिसमे महिलाए लीडरशिप लेकर आगे आए ओर उन्हे समय समय पर सरकारी सुविधाओ के बारे मे जानकारी हो !

इस दिन यहाँ बिचपड़ी की करीब 90 महिलाए मौजूद रही जिसमे से 3 महिलाओ ने स्वागत गीत से इस प्रोग्राम की शुरुआत की !

मुख्य अतिथि SHO सुनीता जी ने अपना परिचय देते हुये महिला थाने के बारे मे बताया की ये सिर्फ महिलाओ के लिए है महिलाये वहाँ सहज होकर कभी भी आ सकती है उन्होने महिलाओ के लिए चलाये गए हेल्प लाइने नंबरो के बारे मे जानकारी दी ओर कहा की अगर आपके घर मे आपको कोई परेशान या मारपीट करता है आपके साथ कोई अभद्र व्यवहार करता है या किसी भी प्रकार की हिंसा करता है तो आप बेझिझक महिला थाने मे आ सकती हैं ! प्रोटेक्शन अधिकारी रजनी गुप्ता महिलाओ को बताया कि ने बताया की अगर कोई किसी महिला को दहेज के लिए प्रताडित कर रहा है जैसे मारना ,पीटना ,ताने देना , घर से निकाल देना ,खर्चा ना देना तो वो महिलाये मेरे मेरे पास आ सकती है!हम उनकी पूरी मदद करेंगे उन्होने बताया की हमारे विभाग की ओर से महिलाओ को केस लड़ने के फ्री वकील भी मुहैया कराया जाता है ! ओर उन्होने ने बाल विवाह के बारे मे बताया कि हमे कम उम्र मे अपने बच्चो की शादी नहीं करनी चाहिए क्योकि उससे उनके मानसिक ओर शारीरिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है ! शादी के बाद बच्चो की पढ़ाई छूट जाती है ओर कम पढ़ा लिखा होने के कारण उन्हे अच्छा काम भी नहीं मिलता जिससे लड़ाई झगड़े बढ़ जाते है !

इस लिए हम सब को मिलकर बाल विवाह को रोकना है ! हमे अपने बच्चो को पढ़ा लिखाकर आगे बढ़ाना है कम उम्र मे शादी करके उनका जीवन बर्बाद नहीं करना !