Date
19-Feb-2016 to 20-Feb-2016
Location
Chhattisgarh
Format
Local

ग्राम पंचायतों के स्तर पर सामुदायिक स्वच्छता और व्यक्तिगत साफ-सफाई एक बड़ी चुनौती रही है। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत इन चुनौतियों को हल करने के लिये विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं। इसी प्रकार के कुछ प्रयास आदिवासी बाहुल्य राज्य छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में ‘प्रिया’ के द्वारा भी किये जा रहे हैं जिसमें स्थानीय परम्पराओं को ध्यान में रखते हुये लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाने संबंधी जानकारियों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिलों के स्तर पर यह कार्यक्रम ‘प्रिया’ के द्वारा जिला पंचायत के मार्गदर्शन में ‘वाटर एड’ के सहयोग से किया जा रहा है।

अपनी विभिन्न गतिविधियों की कड़ी में ‘प्रिया’ के द्वारा विगत दिनों ‘स्वच्छता जागरूकता महायात्रा’ का आयोजन किया गया था। इस महायात्रा के दौरान यह महसूस किया गया कि किसी व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिये जरूरी है कि उसे छोटी उम्र से ही कुछ आदतों के बारे में बताया जाय। इसी अनुभव को ध्यान में रखकर गाँव के स्तर पर आँगनबाड़ी को लक्ष्य बनाकर कुछ हस्तक्षेप तैयार किये गये जिससे वहाँ आने वाले कम उम्र के बच्चे-बच्चियों (0 से 4 वर्ष) में स्वच्छता संबंधी कुछ आदतों को बढ़ाया जा सके। इस उद्देश्य को पाने के लिये आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमताओं को बढ़ाने, विशेष रूप से स्वच्छ भारत मिशन के विभिन्न पहलुआंे की जानकारी देते हुये व्यवहार परिवर्तन लाने में उनकी भूमिका, संबंधी विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के लखनपुर जनपद पंचायत के 40 ग्राम पंचायतों की आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिये एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 19 और 20 फरवरी 2016 को किया गया। इन कार्यक्रमों में कुल 181 आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का स्वच्छ भारत मिशन और उसको बढ़ावा देने के संबंध में उन्मुखीकरण किया गया। आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ इन कार्यक्रमों में जनपद पंचायत अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह मरावी, जनपद पंचायत के सी ई ओ वेद प्रकाश, जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग की लेडी सुपरवाइजर तथा तकनीकी सलाहकार भी उपस्थित हुये।

चित्रों और कहानियों के माध्यम से आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कम उम्र के बच्चों में साफ-सफाई की आदतों को शामिल करने के लिये उन्हें शुरू से ही शौचालय का उपयोग करने, शौच करने के बाद सही तरीके से हाथ धुलने, खाने से पहले और खाने के बाद हाथ धुलने, दाँतों और मुँह की सफाई करने जैसे कामों को प्रेरित करने के लिये कहा गया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कम उम्र के बच्चों में साफ-सफाई की आदतों को शामिल करने के लिये उन्हें शुरू से ही शौचालय का उपयोग करने, शौच करने के बाद सही तरीके से हाथ धुलने, खाने से पहले और खाने के बाद हाथ धुलने, दाँतों और मुँह की सफाई करने जैसे कामों को प्रेरित करने के लिये कहा गया। चित्रों और कहानियों के माध्यम से आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इन आदतों से जुड़े विभिन्न लाभों के बारे मे जानकारी दी गयी।



कार्यक्रम के दौरान ही आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ग्राम स्वच्छता योजना निर्माण के बारे में बताया गया। इसके साथ ही उन्हें ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन को लेकर भी जागरूक किया गया। उपस्थित आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शौचालय के उपयोग एवं शौचालय निर्माण संबंधी तकनीकी जानकारी भी दी गयी जिससे उनके द्वारा गाँव के लोगों को स्वच्छता को लेकर हो रही समस्या और उसके समाधान पर भी चर्चा एवं जागरूक करने का काम किया जा सके।

कार्यक्रम के सफल आयोजन पर जनपद पंचायत के सी ई ओ ने ‘प्रिया’ के साथियों को धन्यवाद देते हुये कहा कि सभी आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने स्तर से गाँव में स्वच्छता को बढ़ाने के लिये काम करना चाहिये। जनपद पंचायत के अध्यक्ष ने स्वच्छता के काम में सभी आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जुड़ने का आग्रह करते हुये कि यदि बच्चों में छोटी उम्र्र से ही सही आदत डाल दी जाय तो गंदगी और बिमारियों की बड़ी समस्या का समाधान किया जा सकेगा।